सेवा में,
सचिवालय मसेवाहाराष्ट्र सरकार
गवर्नर महाराष्ट्र सरकार
लॉ एंड ऑर्डर विभाग महाराष्ट्र सरकार
प्रेषित,
जिलाधिकारी महोदय
पुलिस अधीक्षक महोदय बांद्रा जिला नासिक
विषयः तेजी के साथ मुस्लिम नवी मोहम्मद पर किए जा रहे विवादित बयान के संबंध में
महोदय महोदया,
बहुत ही दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि भारत जैसे देश जो की एक गठबंधन (हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई) देश है जिसमें 20 करोड़ से अधिक लगभग 15% मुस्लिम समाज के अनुयाई सदियों से निवास करते आए हैं और भारत की आजादी के लिए अपना सर्वोच्च न्योछावर भी किया है जब सरेआम राजनीति के संरक्षण में कानून व्यवस्था को दरकिनार करते हुए कुछ तथा कथित हिंदू संतो (रामगिरी) के द्वारा सरे आम इस्लाम को टार्गेट करते हुए "मुसलमानो के पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहो ताला अलेही वसल्लम" को लगातार बगैर कोई साक्ष्य वा प्रूफ के जबरन धार्मिक भावनाओं को आहत करते हुए नबी की शरीयत को गलत साबित करने की नापाक कोशिशें की जा रही हैं ज्ञात होगा कि इससे पहले भी बीजेपी की नेता एक महिला नूपुर शर्मा के द्वारा उसी तरीके की आपत्तिजनक टिप्पणियां की जा चुकी हैं ऐसे तथाकथित कई हिंदू संतो के द्वारा लगातार देश में धार्मिक सद्भावना को बिगड़ने की नापाक कोशिश करते रहे हैं जानकारी के लिए महाराष्ट्र से महाराज रामगिरी पर पहले से भी कई प्रकार के आरोप व मुकदमे दर्ज हैं जिनमें से उनके ही धार्मिक गुरु नारायणगिरी के आश्रम को जबरन हड़पने और पुलिस के सहयोग से सिंहासन हासिल करने का भी आरोप लग चुका है हाल ही रामगिरी के द्वारा दिए गए विवादित बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है मुस्लिम समाज के लाखों अनुयायियों के द्वारा देश के विभिन्न प्रदेशों व जिलों में धरना प्रदर्शन आंदोलन व ज्ञापन दिए जा रहा है यदि समय रहते हए। हुए नासिक बांद्रा पुलिस के द्वारा कार्यवाही कर ली जाती तो आज इस तरीके से राजनीति के चलते तनाव का माहौल न बनता जिस तरीके के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री जी के संत के पक्ष में बयान आते हैं उस से साफ जाहिर होता है कि यह बयान राजनीति की सोची समझी इस्लाम मुस्लिम विरोधी साजिश के तहत था रामगिरी के बयान से भारत के 20 करोड़ से अधिक मुसलमानो को धार्मिक तौर पर आहत किया गया है जिससे मुस्लिम समाज में काफी आक्रोश है
अतः बहुआयामी राजनीतिक दल पार्टी के माध्यम से महाराष्ट्र सरकार से मांग की जाती है कि देश में शांति अमन जैन कायम रखने के लिए जल्द से जल्द रामगिरी के बयान को सोशल मीडिया से निष्कासित कराते हुए रामगिरी के विवाद से संबंधित जायज़ मुकदमा दर्ज कर वारंट गिरफ्तारी कराने का कष्ट किया जाए
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